तुझे पाने की चाह में ए जिन्दगी, मैंने सैलाबों पर चलना सीख लिया, गर तू ना मिली आखिर तेरी खोज को मुकाम समझ लेंगे।
Wild Rose
सर्द की परछाई में सैकड़ों पेड़ कांटे हो जाएंगे नदियां बर्फ और रास्ते बंद हो जाएंगे फ़िर किसी सुबह वादियों का एक गुलाब इन्हीं कांटों में अपनी रूह पकड़ खिल उठेगा और इस सियाह ओ सफेद को अपना रंग देकर आरुश कर देगा