Tuesday, January 15, 2013

Mohabbat na kar jaana

कर ,
चाहे जो कर जाना,
पर भूल कर भी,
मोहब्बत न कर जाना,

कह,
चाहे जो कह जाना,
मोहब्बत हो भी जाए,
तो इज़हार न कर जाना

बढती कहानी हो,
इशारों में थम जाना,
इज़हार वो कर भी दे,
तू इक़रार न कर जाना

हार,
चाहे जो हार जाना
गर, भूल से भी
दिल न हार जाना

ये दिल बड़ा ही कमजोर है,
मोहब्बत भुला न पायेगा,
रंगीन यादों पर भी,
ये आंसू बहायेगा

फिर भी, मोहब्बत तेरी ज़िद है,
तोह इसे आँखों से कर ले
ये रूठ कर भी खामोश रह जाएँगी
दिल के टूटने पर
तेरे आंसुओं का,
कडवा ज़हर भी पी जाएँगी

1 comment:

Sachin Gaikwad said...

Wa Rahulji, wa!...Bahut khoob!