कुछ वक़्त
गुज़र जाने दे,
थम जाने दे
ज़िन्दगी की रफ़्तार,
बेरंग होने दे
तस्वीरों का तहखाना,
मिटटी होने दे
मन की ईमारत,
और मिलने दे
दो पल,
उस यार से -
जिसकी आँखों में,
मेरी रूह का
अक्स झलकता है |
गुज़र जाने दे,
थम जाने दे
ज़िन्दगी की रफ़्तार,
बेरंग होने दे
तस्वीरों का तहखाना,
मिटटी होने दे
मन की ईमारत,
और मिलने दे
दो पल,
उस यार से -
जिसकी आँखों में,
मेरी रूह का
अक्स झलकता है |
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